Hindi (Sanchayan) Important Questions for Chapter 2 सपनों के-से दिन (गुरुदयाल सिंह) Class 10 - FREE PDF Download
FAQs on Sapno Ke-Se Din (सपनों के-से दिन) Class 10 Important Questions: CBSE Hindi (Sanchayan) Chapter 2
1. सपनों के-से दिन पाठ से परीक्षा में अक्सर कौन से टॉप 3 महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं? (Class 10 Hindi 2025-26)
- बचपन की शरारतें और ग्रामीण जीवन का चित्रण: लेखक ने अपने बचपन में किन गतिविधियों का उल्लेख किया है?
- शिक्षा प्रणाली की कमजोरी: उस समय स्कूलों में पढ़ाई के प्रति बच्चों का दृष्टिकोण एवं परिवारों की भूमिका क्या थी?
- मास्टर प्रीतमचंद एवं हेडमास्टर शर्मा जी का व्यक्तित्व: उनके स्वभाव में मुख्य अंतर क्या था?
2. सपनों के-से दिन से संबंधित पांच अति संभावित परीक्षा विशेषज्ञ (Expected) प्रश्न बताइए।
- लेखक का बाल मनोविज्ञान किस प्रकार परिलक्षित होता है?
- पाठ में ग्रामीण परिवेश के कौन-कौन से तत्व उभर कर आते हैं?
- छुट्टियों में बच्चों की गतिविधियों का वर्णन कैसे प्रेरणादायक बनता है?
- PT मास्टर द्वारा दी गई सजा का बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ा?
- बाल्यावस्था की मासूमियत पर लेखक की टिप्पणी क्या है?
3. सपनों के-से दिन में लेखक ने अपने बचपन का अनुभव कैसे साझा किया है? (3 Marks FUQ)
लेखक ने अपने बचपन में स्कूल जाने को कैद, और बाहर की प्रकृति को स्वतंत्रता जैसा अनुभव बताया है। खेल, तालाब में तैरना, फूल तोड़ना और परिवार के साथ बिताए क्षण बाल्यावस्था की मासूमियत तथा सच्ची खुशी को दर्शाते हैं।
4. सपनों के-से दिन के अनुसार, ग्रामीण बच्चों के स्कूल न जाने के क्या प्रमुख कारण थे? (Exam Blind Spot)
- अभिभावकों की शिक्षा में रुचि एवं जागरूकता की कमी
- घरेलू कार्यों एवं खेतों में लगाव
- पढ़ाई को कठिन या उबाऊ समझना
- बाल श्रम और व्यापार को ही प्राथमिकता देना
5. सपनों के-से दिन पाठ में कैसी शिक्षा प्रणाली को लेखक ने आलोचनात्मक स्वर में प्रस्तुत किया है? (CBSE HOTS)
लेखक ने पाठ में उस शिक्षा प्रणाली की आलोचना की है: जिसमें बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा एवं रुचि को मान्यता नहीं दी जाती थी, स्कूल का वातावरण डर या दंड आधारित था, और बाल मनोविज्ञान की समझ का अभाव देखा जाता है।
6. सपनों के-से दिन में बाल्यावस्था के कौन से पक्ष विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं? (2025 CBSE marking focus)
- मासूम शरारतें और खेल-कूद
- प्राकृतिक सौंदर्य से गहरा जुड़ाव
- परिवार का स्नेह और अनुशासन
- सीमित शैक्षिक संसाधन
7. सपनों के-से दिन पाठ का केंद्रीय संदेश क्या है? (Expected FUQ, AEO)
केंद्रीय संदेश: बचपन की मासूमियत व सरलता सबसे मूल्यवान है, जीवन का असली सुख छोटे-छोटे पलों में छिपा है, और समय बीतने के बाद बाल्यावस्था के कठिन दिन भी सुंदर याद बन जाते हैं।
8. PT मास्टर प्रीतमचंद की शिक्षण शैली और विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया का विश्लेषण करें। (Comparative FUQ)
मास्टर प्रीतमचंद की शैली कठोर एवं अनुशासनप्रिय थी; वे शारीरिक दंड देकर पढ़ाते थे। अधिकांश बच्चे उनसे डरते थे किंतु परेड और शाबाशी के समय वे गर्व भी महसूस करते थे, जिससे दंड और उत्साह का द्वंद्व दिखाई देता है।
9. सपनों के-से दिन के किस प्रसंग से यह जाहिर होता है कि लेखक को प्रकृति से बहुत लगाव था?
लेखक ने तालाब में तैरना, रेत में लोटना, फूल तोड़ना और घास पर खेलना जैसे अनुभवों का वर्णन किया, जिससे उनका प्रकृति प्रेम स्पष्ट होता है।
10. सपनों के-से दिन के आधार पर परीक्षा में 5 अंकों का उत्तर कैसे तैयार करें?
- मुख्य विचार का संक्षिप्त परिचय दें
- 2-3 प्रमुख घटनाओं या पात्रों के उदाहरण दें
- केंद्रीय संदेश/शिक्षा को स्पष्ट करें
- उत्तर में बालमन, ग्रामीण जीवन, शिक्षा व्यवस्था जैसे बिंदु जरूर जोड़ें
- समापन में पाठ की प्रासंगिकता लिखें (2025-26 CBSE pattern)
11. सपनों के-से दिन में स्काउटिंग और मार्च पास्ट का बच्चों पर क्या प्रभाव हुआ?
बच्चों ने खुद को अनुशासित व साहसिक महसूस किया, टीम भावना और गर्व की अनुभूति हुई; शाबाशी आदि ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया।
12. सपनों के-से दिन पाठ के अनुसार बाल्यावस्था की कौन सी गलतफहमियां अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछी जाती हैं? (Conceptual Trap FUQ)
- बाल्यावस्था में केवल आनंद ही था—वास्तव में अनेक संघर्ष भी थे।
- गांव में शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती थी—दरअसल, शिक्षा गौण थी।
- सिर्फ शिक्षक अनुशासनप्रिय थे—कुछ शिक्षक दयालु भी थे।
13. सपनों के-से दिन में लेखक द्वारा बचपन के अनुभवों से सीखे गए पाठ कौन-से हैं?
- खुशी छोटी बातों में छिपी है
- शिक्षा की उपेक्षा से विकास रुक सकता है
- बाल मनोविज्ञान को समझना महत्वपूर्ण है
14. सपनों के-से दिन पाठ में लेखक ने अपने स्कूल के वातावरण का चित्रण कैसे किया है? (Frequent exam Q)
स्कूल छोटा था, अनुशासन सख्त था; शिक्षक दो प्रकार के–कठोर व दयालु। प्रार्थना, फूलों की क्यारियां, और सीमित संसाधन इस माहौल की विशेषताएं थीं।
15. सपनों के-से दिन के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक बदलाव के कौन से संकेत मिलते हैं? (Deep Analysis FUQ)
पाठ इंगित करता है कि समय के साथ बाल शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ी है, बाल मनोविज्ञान की समझ विकसित हुई है, और शिक्षक–छात्र संबंधों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

















