CBSE Class 12 Hindi Vitan Important Questions Chapter 1 - Silver Vending - Free PDF Download
FAQs on Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Vitan Chapter 1 - Silver Vending
1. CBSE कक्षा 12 हिंदी के 'सिल्वर वेडिंग' अध्याय से किस प्रकार के 1-अंक वाले महत्वपूर्ण प्रश्न अपेक्षित हैं?
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025-26 के लिए, 'सिल्वर वेडिंग' अध्याय से 1-अंक वाले प्रश्नों में आमतौर पर पात्रों, घटनाओं और प्रमुख तथ्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। महत्वपूर्ण प्रश्नों में शामिल हो सकते हैं:
- यशोधर पंत मूल रूप से कहाँ के रहने वाले थे?
- यशोधर बाबू के आदर्श व्यक्ति कौन थे?
- यशोधर बाबू की शादी की कौन-सी वर्षगाँठ मनाई जा रही थी?
- दफ्तर में यशोधर बाबू का सहायक कौन था?
- किशनदा की मृत्यु का कारण पूछने पर क्या उत्तर मिला?
इन प्रश्नों का उद्देश्य छात्रों की पाठ की तथ्यात्मक समझ का परीक्षण करना है।
2. यशोधर बाबू अपने आदर्श किशनदा से किस प्रकार प्रभावित थे? परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण उदाहरण दीजिए।
यशोधर बाबू अपने आदर्श किशनदा से गहराई से प्रभावित थे, और यह प्रभाव उनके जीवन के हर पहलू में दिखाई देता था। परीक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण हैं:
- जीवन शैली: किशनदा की तरह ही यशोधर बाबू सादा जीवन जीते थे और आधुनिकता से दूर रहते थे।
- सिद्धांत: वे किशनदा के सिद्धांतों, जैसे सुबह-शाम सैर करना और धार्मिक प्रवचन सुनना, का सख्ती से पालन करते थे।
- सामाजिक व्यवहार: किशनदा की तरह वे भी सामाजिक संबंधों को महत्व देते थे, जैसे होली गाना या जनेऊ बदलने के लिए सभी कुमाऊँनियों को आमंत्रित करना।
- वाक्यांशों का प्रयोग: वे अक्सर किशनदा द्वारा उपयोग किए गए वाक्यांशों जैसे “जो हुआ होगा” और “समहाउ इम्प्रॉपर” का प्रयोग करते थे, जो उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
3. 'सिल्वर वेडिंग' की पार्टी के आयोजन पर यशोधर बाबू की क्या प्रतिक्रिया थी और क्यों? यह 3 अंकों के प्रश्न के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
जब यशोधर बाबू को पता चला कि उनके बच्चों ने उनकी शादी की 25वीं वर्षगाँठ पर 'सिल्वर वेडिंग' की पार्टी रखी है, तो उन्हें यह “समहाउ इम्प्रॉपर” लगा। उनकी प्रतिक्रिया के मुख्य कारण थे:
- पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव: उन्हें यह आयोजन पश्चिमी संस्कृति का अंधानुकरण लगा, जो उनके सिद्धांतों के विरुद्ध था।
- फिजूलखर्ची: वे इसे पैसे की बर्बादी मानते थे क्योंकि वे सादगीपूर्ण जीवन के पक्षधर थे।
- किशनदा के संस्कार: उनके आदर्श किशनदा ने कभी इस तरह के दिखावे वाले आयोजन नहीं किए थे, इसलिए यशोधर बाबू को यह परंपरा के विरुद्ध लगा।
यह प्रश्न 3 अंकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यशोधर बाबू के चरित्र के मुख्य द्वंद्व (परंपरा और आधुनिकता के बीच) को उजागर करता है।
4. यशोधर बाबू और उनके बच्चों के बीच पीढ़ी के अंतराल (generation gap) के मुख्य कारण क्या थे?
यशोधर बाबू और उनके बच्चों के बीच पीढ़ी के अंतराल के प्रमुख कारण उनके विचारों, मूल्यों और जीवनशैली में गहरा अंतर था। मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- मूल्यों का टकराव: यशोधर बाबू पारंपरिक कुमाऊँनी संस्कारों और सादगी में विश्वास करते थे, जबकि उनके बच्चे आधुनिक और भौतिकवादी जीवनशैली अपना चुके थे।
- आधुनिकता की स्वीकृति: बच्चे नए जमाने के पहनावे, खान-पान और व्यवहार को अपनाते थे, जिसे यशोधर बाबू “समहाउ इम्प्रॉपर” कहकर अस्वीकार कर देते थे।
- आर्थिक स्वतंत्रता: बच्चे अच्छा कमा रहे थे और अपने निर्णय स्वयं लेना चाहते थे, जबकि यशोधर बाबू चाहते थे कि घर के मामलों में उनकी सलाह ली जाए।
- संवाद की कमी: विचारों में भिन्नता के कारण पिता और बच्चों के बीच स्वस्थ संवाद की कमी थी, जिससे दूरियाँ और बढ़ गईं।
5. 'सिल्वर वेडिंग' कहानी में "जो हुआ होगा" और "समहाउ इम्प्रॉपर" वाक्यांशों का क्या प्रतीकात्मक महत्व है?
ये दोनों वाक्यांश कहानी के केंद्रीय भाव और यशोधर बाबू की मनोदशा को दर्शाते हैं।
- "जो हुआ होगा": यह वाक्यांश किशनदा की मृत्यु के संदर्भ में कहा गया था। यह आधुनिक समाज की उदासीनता, रिश्तों में अलगाव और व्यक्ति की अकेलेपन की स्थिति का प्रतीक है। इसका अर्थ है कि किसी को भी इस बात की परवाह नहीं कि क्या हुआ या क्यों हुआ। यह यशोधर बाबू के भविष्य के प्रति भय को भी दर्शाता है।
- "समहाउ इम्प्रॉपर": यह वाक्यांश यशोधर बाबू द्वारा बार-बार उपयोग किया जाता है जब भी वे किसी आधुनिक व्यवहार या घटना से असहमत होते हैं। यह परंपरा और आधुनिकता के बीच उनके आंतरिक द्वंद्व और नई चीजों को स्वीकार करने में उनकी असमर्थता का प्रतीक है। यह दिखाता है कि वे बदलावों से तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं।
6. CBSE बोर्ड परीक्षा 2025-26 के लिए, 'सिल्वर वेडिंग' पाठ से 5 अंकों का कौन-सा प्रश्न सबसे महत्वपूर्ण हो सकता है?
5 अंकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रश्नों में से एक यशोधर बाबू के चरित्र का विश्लेषण और पीढ़ियों के टकराव पर आधारित प्रश्न हो सकता है। एक संभावित प्रश्न है: "'सिल्वर वेडिंग' कहानी के आधार पर यशोधर बाबू के चरित्र की उन विशेषताओं पर प्रकाश डालिए जो उन्हें समय के साथ तालमेल बिठाने में असफल बनाती हैं।"
इस उत्तर में आपको निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल करना चाहिए:
- किशनदा का प्रभाव: उनके व्यक्तित्व पर किशनदा के आदर्शों की गहरी छाप।
- परंपरावादी सोच: पुराने मूल्यों और संस्कारों से गहरा लगाव।
- असुरक्षा की भावना: आधुनिक समाज में खुद को अकेला और अप्रासंगिक महसूस करना।
- परिवार से वैचारिक मतभेद: बच्चों की जीवनशैली और विचारों को स्वीकार न कर पाना।
- "समहाउ इम्प्रॉपर" की मानसिकता: हर बदलाव को संदेह की दृष्टि से देखना।
7. 'सिल्वर वेडिंग' कहानी का मूल संदेश क्या है और यह आज के समाज के लिए कितना प्रासंगिक है?
कहानी 'सिल्वर वेडिंग' का मूल संदेश पीढ़ियों के बीच वैचारिक अंतराल और समय के साथ बदलाव को स्वीकार करने की आवश्यकता को दर्शाना है। यह कहानी बताती है कि कैसे पुरानी और नई पीढ़ी के बीच संवादहीनता और मूल्यों का टकराव पारिवारिक संबंधों में दूरी पैदा कर सकता है।
यह आज भी अत्यंत प्रासंगिक है क्योंकि:
- आधुनिकीकरण और वैश्वीकरण के कारण पारिवारिक संरचना और मूल्य तेजी से बदल रहे हैं।
- आज भी कई परिवारों में पुरानी पीढ़ी को नई पीढ़ी के विचारों और जीवनशैली से तालमेल बिठाने में कठिनाई होती है।
- कहानी यह सिखाती है कि खुशहाल पारिवारिक जीवन के लिए दोनों पीढ़ियों को एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए सामंजस्य स्थापित करना चाहिए।
8. क्या यशोधर बाबू को एक असफल पिता माना जा सकता है? कहानी के आधार पर तर्क सहित उत्तर दीजिए।
यह एक मूल्याधारित प्रश्न है। यशोधर बाबू को पूरी तरह से असफल पिता कहना उचित नहीं होगा, लेकिन उनके दृष्टिकोण में कुछ कमियाँ थीं।
- सकारात्मक पक्ष: वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में सफल रहे, जिससे वे आत्मनिर्भर बने। वे एक ईमानदार और सिद्धांतवादी व्यक्ति थे, जो एक अच्छा आदर्श है।
- नकारात्मक पक्ष: वे अपने बच्चों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने में असफल रहे। वे उनकी पसंद-नापसंद और जीवनशैली को समझने और स्वीकार करने की कोशिश नहीं करते थे, जिससे संवादहीनता की स्थिति उत्पन्न हुई। उनका अडिग स्वभाव और हर बात पर टोकना बच्चों को उनसे दूर ले गया।
निष्कर्षतः, वे एक पारंपरिक पिता थे जो अपने बच्चों की भौतिक जरूरतों को पूरा करने में तो सफल रहे, लेकिन बदलती परिस्थितियों के अनुसार उनके साथ भावनात्मक संबंध स्थापित करने में असफल रहे।
9. 'सिल्वर वेडिंग' के महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करने से बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक कैसे प्राप्त किए जा सकते हैं?
इस अध्याय के महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करने से आपको कई तरह से लाभ होता है, जिससे आप परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं:
- मुख्य विषयों की पहचान: अभ्यास से आपको कहानी के मुख्य विषयों जैसे पीढ़ी का अंतराल, परंपरा बनाम आधुनिकता, और मानवीय संबंध की गहरी समझ मिलती है।
- उत्तर लिखने का कौशल: विभिन्न अंक (1, 3, 5) वाले प्रश्नों का अभ्यास करने से आपको शब्द सीमा के भीतर प्रभावी ढंग से उत्तर लिखने का तरीका पता चलता है।
- प्रमुख घटनाएं और पात्र: बार-बार अभ्यास करने से आपको कहानी के प्रमुख पात्रों (यशोधर बाबू, किशनदा) और महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़े तथ्य याद रहते हैं।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: जब आप अपेक्षित प्रश्नों के लिए पहले से तैयार होते हैं, तो परीक्षा के दौरान आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आप बिना किसी तनाव के उत्तर लिख पाते हैं।

















