Parvat Class 6 Extra Questions and Answers Free PDF Download
FAQs on CBSE Important Questions for Class 6 Hindi Durva Parvat - 2025-26
1. कक्षा 6 हिंदी की परीक्षा के लिए 'पर्वत' अध्याय से किस प्रकार के प्रश्न महत्वपूर्ण हैं?
CBSE 2025-26 के पाठ्यक्रम के अनुसार, 'पर्वत' अध्याय से कई प्रकार के प्रश्न अपेक्षित हैं। इनमें शामिल हैं:
- लघु उत्तरीय प्रश्न (1-2 अंक): जो कविता की पंक्तियों के सीधे अर्थ या कवि का नाम पूछते हैं।
- व्याख्या-आधारित प्रश्न (3 अंक): जहाँ आपको किसी विशेष पद्यांश का प्रसंग सहित अर्थ समझाना होता है।
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4-5 अंक): जो कविता का केंद्रीय भाव (मूल संदेश) या पर्वत की विशेषताओं का विश्लेषण करने के लिए कहते हैं।
- मूल्य-आधारित प्रश्न (HOTS): जो पूछते हैं कि हम पर्वत के गुणों से जीवन में क्या सीख सकते हैं।
2. 'पर्वत' कविता का केंद्रीय भाव या मूल संदेश क्या है जिसे परीक्षा में लिखने पर पूरे अंक मिल सकते हैं?
इस कविता का केंद्रीय भाव यह है कि मनुष्य को पर्वत की तरह अडिग, दृढ़ और स्थिर होना चाहिए। जिस प्रकार पर्वत हर मौसम और कठिनाई (आँधी, पानी, धूप) को सहन करता है, उसी प्रकार हमें भी जीवन की चुनौतियों का सामना हिम्मत से करना चाहिए। यह हमें दूसरों के लिए परोपकारी और आश्रयदाता बनने की भी प्रेरणा देता है। एक अच्छा उत्तर लिखने के लिए, इन बिंदुओं को कविता से उदाहरण देकर समझाना चाहिए।
3. 'पर्वत' कविता के आधार पर पर्वत की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
कविता के अनुसार पर्वत की कई महत्वपूर्ण विशेषताएँ हैं, जो परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं:
- दृढ़ता और स्थिरता: वह किसी भी परिस्थिति में अपनी जगह से नहीं हिलता।
- सहनशीलता: वह सर्दी, गर्मी और बरसात को समान रूप से सहन करता है।
- परोपकार: वह नदियों को जन्म देता है और जीव-जंतुओं को आश्रय प्रदान करता है।
- महानता: उसका सिर आकाश को छूता है, जो उसकी ऊँचाई और महानता का प्रतीक है।
4. 'पर्वत' कविता से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देते समय छात्र कौन-सी सामान्य गलतियाँ करते हैं?
परीक्षा में बेहतर अंक लाने के लिए इन सामान्य गलतियों से बचना महत्वपूर्ण है:
- सिर्फ पर्वत का शाब्दिक वर्णन करना और उसके प्रतीकात्मक अर्थ (जैसे दृढ़ता, परोपकार) को न समझाना।
- 'सप्रसंग व्याख्या' वाले प्रश्नों में कवि का नाम और कविता का संदर्भ नहीं लिखना।
- उत्तर को कविता की पंक्तियों तक सीमित रखने के बजाय पर्वत के बारे में सामान्य ज्ञान लिखना।
- उत्तरों में वर्तनी और व्याकरण की अशुद्धियाँ करना, जिससे अंक कट सकते हैं।
5. हम 'पर्वत' कविता से अपने दैनिक जीवन के लिए क्या प्रेरणा ले सकते हैं? यह एक महत्वपूर्ण मूल्य-आधारित प्रश्न (HOTS) क्यों है?
यह एक महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय चिंतन कौशल (HOTS) प्रश्न है क्योंकि यह केवल याद रखने पर नहीं, बल्कि समझने और लागू करने पर जोर देता है। हम पर्वत से यह प्रेरणा ले सकते हैं कि हमें अपने लक्ष्यों के प्रति दृढ़ रहना चाहिए, मुश्किल समय में धैर्य नहीं खोना चाहिए और बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की मदद करनी चाहिए। यह हमें सिखाता है कि महानता केवल ऊँचाई में नहीं, बल्कि स्थिरता और परोपकार में भी है।
6. परीक्षा में 'पर्वत' कविता की किन पंक्तियों की व्याख्या आने की संभावना अधिक है?
आमतौर पर, उन पंक्तियों की व्याख्या अधिक महत्वपूर्ण होती है जो कविता के केंद्रीय संदेश को दर्शाती हैं। उदाहरण के लिए, वे पंक्तियाँ जिनमें पर्वत के आँधी-तूफान में भी स्थिर खड़े रहने का वर्णन है, या वे पंक्तियाँ जो उसके परोपकारी स्वभाव (जैसे नदियों का स्रोत होना) को उजागर करती हैं। अपनी तैयारी के लिए, पहले और अंतिम पद्यांश पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि वे अक्सर विषय का परिचय और निष्कर्ष प्रस्तुत करते हैं।
7. कविता में पर्वत को केवल एक भौगोलिक आकृति के रूप में दिखाया गया है या उससे कुछ अधिक?
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण वैचारिक प्रश्न है। कविता में पर्वत केवल एक भौगोलिक आकृति नहीं है, बल्कि वह जीवन-मूल्यों का प्रतीक है। कवि ने पर्वत का मानवीकरण करके उसे दृढ़ता, सहनशीलता, निस्वार्थ सेवा और स्थिरता जैसे मानवीय गुणों के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया है। परीक्षा में उत्तर लिखते समय इस प्रतीकात्मक महत्व पर जोर देना आवश्यक है।











