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Biskohar Ki Mati Class 12 Notes: CBSE Hindi (Antral) Chapter 2

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Class 12 Hindi Notes for Chapter 2 Biskohar Ki Mati - FREE PDF Download

Vedantu's comprehensive Revision notes and summary for Hindi Antral Chapter 2 are prepared to provide a clear and in-depth understanding of these complex poems. Our Master teachers have carefully analysed the lesson, explaining the themes, symbolism, and devices used by the author. "Biskohar Ki Mati," is an autobiographical excerpt by Dr. Vishwanath Tripathi. This chapter, featured in the Class 12 Hindi Antral textbook, transports us back to the author's childhood village, Biskohar.

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Our Class 12 Hindi Antral Revision Notes ensure that you learn the meaning of the chapter effortlessly. Understanding the lesson requires focusing on the author's life, literary devices, and underlying messages. Access the FREE PDF Download for the lesson, prepared according to the updated CBSE Class 12 Hindi Syllabus for effective preparation.

Access Class 12 Hindi Antral Chapter 2: Biskohar Ki Mati Notes

लेखक के बारे में 

डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी

डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी हिंदी साहित्य जगत के एक प्रसिद्ध लेखक, आलोचक और शिक्षक थे। वह " बिस्कोहर की माटी" अध्याय के लेखक हैं, जो आपके कक्षा 12 हिंदी आंत्राल पाठ्यपुस्तक में शामिल है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के लमही गांव के रहने वाले थे। डॉ त्रिपाठी को बचपन से ही साहित्य और लोक कथाओं में गहरी रुचि थी। उन्होंने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया, विशेष रूप से आत्मकथा और आलोचना के क्षेत्र में।  उनकी लेखनी सरल, सुबोध और घटनाओं से भरपूर होती थी, जो पाठकों को उनकी जड़ों से जोड़ती है।


बिस्कोहर की माटी का सारांश

"बिस्कोहर की माटी" अध्याय, प्रसिद्ध लेखक डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी की आत्मकथा का एक अंश है। यह पाठ हमें उनके बचपन के गाँव, बिस्कोहर, ले जाता है। कहानी गाँव के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करती है। लेखक तालाब में खिलने वाले कमल, कोइए और सिंघाड़े का वर्णन करता है। वह गाँव के लोगों के जीवन और उनकी परंपराओं को भी साझा करता है। पाठ में, डॉ. त्रिपाठी गाँव में प्रयोग की जाने वाली पारम्परिक दवाओं के बारे में भी बताते हैं। वह बताते हैं कि कैसे उनके छोटे भाई के जन्म के बाद उनकी माँ बीमार हो गई थीं और गाँव की दाई ने उनकी देखभाल की थी। यह अध्याय गाँव के जीवन की सादगी और सुंदरता को उजागर करता है। साथ ही, यह पाठक को गाँव के परिवेश और वहां के लोगों के जीवन से जोड़ता है।


"बिस्कोहर की माटी" प्रमुख विषयवस्तुएँ

  • ग्रामीण जीवन का सौंदर्य: डॉ. त्रिपाठी अपने गाँव, बिस्कोहर, के प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण का चित्रण करते हैं। 

  • बचपन की यादें: यह अध्याय डॉ. त्रिपाठी की आत्मकथा का एक अंश है, इसलिए यह उनके बचपन की यादों से भरा हुआ है। पाठक इन यादों के माध्यम से लेखक के व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया को समझ सकते हैं।

  • परंपरागत चिकित्सा पद्धतियाँ: डॉ. त्रिपाठी गाँव में प्रयोग की जाने वाली पारम्परिक दवाओं और इलाज के तरीकों का उल्लेख करते हैं। यह वर्णन हमें गाँव के लोगों के पारम्परिक ज्ञान और प्रकृति के साथ उनके जुड़ाव के बारे में बताता है।

  • जड़ों से जुड़ाव: "बिस्कोहर की माटी" शीर्षक ही इस विषय की ओर संकेत करता है। "माटी" का अर्थ सिर्फ मिट्टी नहीं, बल्कि गाँव का पूरा परिवेश और वहां की संस्कृति भी है। डॉ. त्रिपाठी अपने गाँव और वहां के लोगों के प्रति गहरा लगाव रखते हैं। यह अध्याय हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने के महत्व का भी बोध कराता है।


पात्र चित्रण

  • डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी (लेखक): "बिस्कोहर की माटी" उनके बचपन की यादों का वर्णन है। कहानी उनके गाँव के प्राकृतिक सौंदर्य, परंपराओं और वहां के जीवन शैली को दर्शाती है।

  • लेखक की माँ: कहानी में लेखक की माँ का सीधा वर्णन नहीं मिलता, लेकिन उनके बीमार होने का उल्लेख है। गाँव की दाई द्वारा उनके इलाज से पता चलता है कि वह देखभाल करने वाली और ममतामयी माँ थीं।

  • गाँव की दाई: कहानी में दाई का चरित्र संक्षिप्त रूप से सामने आता है। वह गाँव की एक जानकार महिला है, जिसे पारम्परिक दवाओं और इलाज का अच्छा ज्ञान है। वह लेखक की माँ का इलाज करती है, जो गाँव के लोगों की आपसी सहायता और सामुदायिक भावना को दर्शाता है।


कहानी का सार

  • "बिस्कोहर की माटी" अध्याय, प्रसिद्ध लेखक डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी की आत्मकथा का एक अंश है। यह पाठ हमें उनके बचपन के गाँव, बिस्कोहर, ले जाता है। 

  • कहानी गाँव के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करती है। लेखक तालाब में खिलने वाले कमल, कोइए और सिंघाड़े का वर्णन करता है। वह बताता है कि कैसे कमल के पत्तों को भोजन परोसने के लिए प्रयोग किया जाता था। 

  • इसके अलावा, वह गाँव के वातावरण का वर्णन करता है, जहाँ शाम को तितलियाँ मंडराती हैं और रात में मेंढकों की टेरहुआ सुनाई देती है।

  • पाठ में, डॉ. त्रिपाठी गाँव के लोगों के जीवन और उनकी परंपराओं को भी साझा करते हैं। वह बताते हैं कि कैसे गाँव के लोग गर्मी से बचने के लिए प्याज का प्रयोग करते थे। 

  • साथ ही, वह यह भी बताते हैं कि कैसे उनकी माँ बीमार पड़ने पर गाँव की दाई ने उनकी देखभाल की थी। दाई ने पारम्परिक दवाओं और घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करके उनका इलाज किया था। 

  • यह वर्णन गाँव के लोगों के पारम्परिक ज्ञान और प्रकृति के साथ उनके घनिष्ठ संबंध को दर्शाता है। कहानी का एक हिस्सा बचपन की यादों से भी जुड़ा हुआ है। 

  • लेखक यह बताता है कि कैसे उसके छोटे भाई के जन्म के बाद उसका दूध कम हो गया था। वह अपनी माँ के साथ सोने और उनके दूध को पाने के लिए तरसता था। 

  • यह एक छोटा लेकिन मार्मिक वर्णन है, जो बचपन की ईर्ष्या और ममता की भावना को उजागर करता है।

  • अंत में, डॉ. त्रिपाठी गाँव के परिवेश और वहां के जीवन से अपने लगाव को व्यक्त करते हैं। "बिस्कोहर की माटी" शीर्षक ही इस लगाव को दर्शाता है। "माटी" का अर्थ सिर्फ मिट्टी नहीं, बल्कि गाँव का पूरा परिवेश और वहां की संस्कृति भी है।


निष्कर्ष

कहानी के अंत में डॉ. त्रिपाठी बिस्कोहर के परिवेश और वहां के जीवन के प्रति अपने गहरे लगाव को व्यक्त करते हैं। यह निष्कर्ष हमें यह बताता है कि बचपन के अनुभव और गाँव का वातावरण हमारे व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वहीं, अपनी जड़ों से जुड़े रहना और प्रकृति के साथ सद्भाव बनाकर रहना जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं।


Learnings from Class 12 Hindi (Antral) Chapter 2 Biskohar Ki Mati

  1. Rural Life: Simple, traditional, with strong community bonds and dependence on nature, but also facing challenges.

  2. Nature Connection: Deep respect and appreciation for the natural world, highlighted through descriptions.

  3. Social Dynamics: Caste system's subtle presence, respect for elders, and potential changes due to modernization.

  4. Importance of Storytelling: Preserves cultural heritage and imparts valuable life lessons.

  5. Roots and Change: Appreciating one's roots while considering a balanced approach to modernization.


Importance of Chapter 2 Biskohar Ki Mati Notes and Summary - PDF

  • Class 12 Hindi Antral Chapter 2 Notes and summaries condense key points, themes, and character traits, making them easier to remember and review.

  • They help you identify literary devices, analyse social structures, and understand the author's perspective.

  • Well-organised notes PDFs can serve as a quick reference for exam preparation, assisting in formulating well-structured answers.

  • Including meaningful quotes and clear explanations helps students better understand and remember the material.

  • The Notes PDF covers the entire syllabus, ensuring students understand all aspects of the chapter.


Tips for Learning the Class 12 Hindi (Antral) Chapter 2 Biskohar Ki Mati Notes

  1. Active Reading: Actively engage with your notes, highlighting key points, themes, and unfamiliar vocabulary.

  2. Visualisation: As you read your notes, visualise the scenes, characters, and the author's descriptions. This will bring the chapter to life.

  3. Connecting Concepts: Look for connections between different aspects of your notes. 

  1. Beyond Notes: Expand on your notes by researching the author, Dr. Vishwanath Tripathi, and his background.

  2. Social Context: Explore the social realities of rural India during the time the story is set. 

  3. Creative Expression: Write your own short story or poem inspired by the chapter's themes of nature, tradition, or change.

  1. Personal Connection: Reflect on your connection to nature or your cultural heritage. 


Conclusion

"Biskohar Ki Mati" serves as a valuable lesson for Class 12 Hindi Antral. Utilise Vedantu’s    FREE PDF Notes for your understanding of rural life, the profound connection with nature, and the social dynamics. Reflect on the potential impact of modernisation, the importance of storytelling, and the beauty of preserving traditions. These Class 12 Hindi Antral notes are a key resource for deeper exploration. So, download the notes and learn the chapter thoroughly for effective exam preparation.


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FAQs on Biskohar Ki Mati Class 12 Notes: CBSE Hindi (Antral) Chapter 2

1. Biskohar Ki Mati पाठमाला के लिए Quick Revision कैसे करनी चाहिए?

Quick Revision के लिए पहले अध्याय का सार पढ़ें, फिर मुख्य पात्रों, घटनाओं, और प्रमुख की-विषयों/Key Terms पर ध्यान केंद्रित करें।

  • संक्षिप्त नोट्स या concept map तैयार करें।
  • महत्वपूर्ण संवादों या दृश्य चित्रणों को रेखांकित करें।
  • सारांश दोहराने के लिए Flashcards भी उपयोगी हैं।

2. Biskohar Ki Mati पाठ का संक्षिप्त सारांश बताइए।

Biskohar Ki Mati डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी की आत्मकथात्मक रचना है, जिसमें वे अपने बचपन के गाँव के प्राकृतिक सौंदर्य, पारंपरिक रहन-सहन, और समुदाय की आपसी भावना का चित्रण करते हैं। इसमें गाँव के परिवेश, स्थानीय मान्यताएँ, और लेखक की माँ तथा दाई जैसे किरदार सरलता और वास्तविकता के साथ उभरते हैं।

3. Revision Notes उपयोग करते समय किन टॉपिक्स पर विशेष ध्यान देना चाहिए?

Revision Notes पढ़ते समय निम्नलिखित टॉपिक्स पर ध्यान ज़रूरी है:

  • पाठ का मुख्य विचार/Key Theme
  • पात्रों के चरित्र-चित्रण व उनका महत्व
  • प्रमुख घटनाएं एवं उनका असर
  • आधुनिकता बनाम परंपरा, जड़ों से जुड़ाव
  • लेखक की भाषा-शैली व प्रतीकों का प्रयोग

4. Biskohar Ki Mati में concept interconnections को Revision Notes द्वारा किस तरह पहचाना जा सकता है?

Concept interconnections के लिए नोट्स में विषयवार विषयवस्तु की तुलना करें – जैसे, प्रकृति-पर्यावरण चित्रण को किस तरह परंपरागत इलाज और माँ के चरित्र से जोड़ा गया है या किस प्रकार गाँव की संस्कृति और व्यक्तिगत अनुभव एक-दूसरे से प्रभावित हैं। ऐसे जोड़ समझना exam answers में गहराई लाता है।

5. Biskohar Ki Mati के महत्वपूर्ण की-वर्ड्स और अवधारणाएँ कौन-कौन सी हैं?

Some key terms and concept keywords for revision include:

  • आत्मकथा (Autobiographical Excerpt)
  • गाँव का परिवेश (Rural Setting)
  • प्राकृतिक सौंदर्य (Natural Beauty)
  • पारंपरिक चिकित्सा (Traditional Medicine)
  • मातृत्व (Motherhood)
  • जड़ों से जुड़ाव (Connection to Roots)

6. किस प्रकार Biskohar Ki Mati Revision Notes परीक्षा पूर्व त्वरित पुनरावृत्ति में मदद करते हैं?

Revision Notes सारांश, मुख्य बिंदुओं और संक्षिप्त उपाख्यान द्वारा exam से पूर्व तेज़ पुनरावृत्ति की सुविधा देते हैं। बुलैटेड तथ्य और Key Takeaways आपको कम समय में अधिक पाठ्यवस्तु दोहराने में मदद करते हैं।

7. Biskohar Ki Mati पाठ के quick summary में कौन से बिंदु प्रमुख होने चाहिए?

Quick summary हेतु

  • लेखक का परिचय व उनका गाँव
  • प्राकृतिक दृश्यों का चित्रण
  • पारंपरिक दवाइयाँ और उपचार
  • माँ व दाई के पात्र
  • गाँव तथा बचपन के अनुभव
  • लेखक का जड़ों से जुड़ाव
– ये सभी बिंदु शामिल करने चाहिए।

8. FUQ — Biskohar Ki Mati के अध्ययन से विद्यार्थियों को कौन सी deeper learnings या नए दृष्टिकोण प्राप्त हो सकते हैं?

इस पाठ के अध्ययन से विद्यार्थियों को ग्रामीण जीवन, प्रकृति के साथ सामंजस्य, और संस्कृति के महत्व की गहराई समझ में आती है। वे सीख सकते हैं कि कैसे बचपन के अनुभव जीवन निर्माण में स्थायी प्रभाव डालते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े रहना क्यों महत्त्वपूर्ण है।

9. FUQ — Revision Notes के माध्यम से विषय-वस्तु में आने वाले संभावित Confusion या Misconceptions कैसे दूर करें?

Revision Notes विषयवस्तु को संक्षिप्त, क्रमबद्ध और स्पष्ट करते हैं, जिससे छात्र किसी भी विचार, पात्र या Theme संबंधी भ्रांतियों को जल्दी पकड़ सकते हैं। Notes में कुछ उदाहरण या प्रमुख पंक्तियां जोड़ने से गलतफहमियाँ कम होती हैं।

10. FUQ — Biskohar Ki Mati के सारांश में ‘माटी’ शब्द का सांकेतिक महत्व क्या है?

‘माटी’ सिर्फ मिट्टी नहीं बल्कि गाँव, संस्कृति, परंपरा तथा जड़ों का प्रतीक है। यह शब्द अध्याय के मूल भाव – अपनी जमीन से जुड़े रहने और उससे मिलने वाली पहचान – को दर्शाता है।