Hindi (Vasant) Important Questions for Chapter 5 क्या निराश हुआ जाए (हजारी प्रसाद द्विवेदी) Class 8 - PDF Download
FAQs on Kya Nirash Hua Jaye (क्या निराश हुआ जाए) Class 8 Important Questions: CBSE Hindi (Vasant) Chapter 5
1. क्या निराश हुआ जाए के लेखक को समाज में किस कारण से निराशा महसूस होती है? (3-mark question, CBSE 2025-26)
लेखक को समाज में हर जगह भ्रष्टाचार, चोरी, ठगी और नैतिक पतन की खबरें पढ़कर निराशा होती है। उसे लगता है कि अच्छाई या ईमानदारी का महत्व कम हो गया है और लोग एक-दूसरे पर भरोसा नहीं करते, जिससे समाज में निराशा का माहौल बन गया है।
2. भारतीय संस्कृति की कौन-सी विशेषताएँ लेखक ने 'क्या निराश हुआ जाए' पाठ में महत्त्वपूर्ण बताई हैं? (5-mark, important question)
- सत्य, धर्म एवं सच्चाई को सर्वोच्च स्थान देना।
- भौतिक वस्तुओं के संग्रह के बजाय आत्मिक विकास को विशेष महत्त्व देना।
- लोभ, क्रोध, मोह जैसे दुर्गुणों पर नियंत्रण करना।
- मानवता एवं सेवा भाव को संस्कृति की आत्मा मानना।
3. लेखक ने कौन-सी घटनाएँ साझा की जिनसे समाज में ईमानदारी और मानवता आज भी जीवित प्रतीत होती है? (CBSE Hot Question)
लेखक ने रेलवे स्टेशन पर ईमानदार टिकट बाबू द्वारा अधिक पैसे लौटाने की घटना तथा एक बस यात्रा के दौरान कंडक्टर द्वारा यात्रियों की कठिन परिस्थिति में सहायता देने का उदाहरण दिया है, जिससे उसे विश्वास हुआ कि अच्छाई आज भी समाज में मौजूद है।
4. क्या निराश हुआ जाए पाठ के अनुसार, अकसर समाचार-पत्रों की कौन-सी भूमिका है? (Frequently Asked)
समाचार-पत्रों में भ्रष्टाचार, ठगी, चोरी जैसी नकारात्मक घटनाएँ प्रमुखता से छपती हैं, जिससे लोगों में निराशा और अविश्वास फैलता है। इससे समाज में अच्छाई के प्रति दृष्टिकोण दुर्बल हो जाता है।
5. समाज में अच्छाई और बुराई के संतुलन का लेखक क्या समाधान सुझाता है? (Application based FUQ)
लेखक के अनुसार, अच्छाइयों को उतनी ही प्राथमिकता दी जाए जितनी दोषों को। अच्छाइयों का प्रचार-प्रसार तथा प्रेरणादायक मिसालें सामने लाकर समाज में नैतिक मूल्यों को मजबूत किया जा सकता है।
6. लेखक ने कानून और धर्म के अंतर को क्या बताया है? (Board trend/topic-based)
लेखक के अनुसार, कानून बाहरी नियम है जबकि धर्म अंतःकरण का विषय है। कानून में त्रुटियों का लाभ उठाया जा सकता है, लेकिन धर्म को धोखा नहीं दिया जा सकता। भारतीय समाज में धर्म का महत्व हमेशा अधिक रहा है।
7. कैसे लेखक अपने व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से 'आशा' का संदेश देते हैं? (FUQ—deeper probed)
लेखक अपने अनुभवों द्वारा यह दिखाते हैं कि समाज में आज भी ईमानदारी, दया व सहायता की भावना जीवित है। इन उदाहरणों के माध्यम से वे पाठकों को निराश न होने और अच्छाइयों को पहचानने की प्रेरणा देते हैं।
8. महान नेताओं के सपनों का उल्लेख लेखक ने क्यों किया है? (Expected for HOTS)
लेखक महात्मा गांधी, तिलक, टैगोर जैसे नेताओं के उत्तम सपनों की याद दिलाकर यह दिखाते हैं कि भारत का आशावादी, नैतिक और मानवतावादी स्वरूप आज भी संभावित है और पाठकों को उसी भारत के पुनर्निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।
9. 5 अंकों के लिए: "आज की परिस्थितियों में अच्छाई को क्यों आवश्यक है समाज में उजागर करना?" (Important Question, as per CBSE 2025–26)
- केवल दोषों को दिखाने से निराशा फैलती है।
- आदर्श उदाहरण, समाज में आशा व प्रेरणा की भावना लाते हैं।
- अच्छाइयों के प्रचार से नैतिक मूल्यों को बल मिलता है।
- इससे युवाओं में सही दिशा एवं सकारात्मक सोच विकसित होती है।
10. पाठ के अनुसार ईमानदारी को मूर्खता क्यों मान लिया गया है और लेखक इस सोच का क्या समाधान सुझाते हैं? (Conceptual Trap–Higher Order)
आज के समाज में तेजी से बढ़ती व्यावहारिकता के कारण ईमानदारी को मूर्खता और सच्चाई को कमजोरी समझा जाने लगा है। लेखक का मानना है कि यदि ईमानदारी को सम्मान मिले तथा समाज में ईमानदार लोगों की मिसालें दी जाएं तो यह सोच बदली जा सकती है।
11. क्या निराश हुआ जाए पाठ से विद्यार्थियों को कौन-सी जीवनशैली और सोच अपनाने की प्रेरणा मिलती है? (5 mark—Exam Application, FUQ)
- सच्चाई और ईमानदारी को जीवन का मूलमंत्र बनाना।
- नकारात्मकता के बावजूद, अच्छाई पर विश्वास बनाए रखना।
- लोभ, मोह, क्रोध आदि पर नियंत्रण रखना।
- समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए खुद प्रेरणा बनना।
12. यदि समाज में अच्छाइयों को सम्मान न दिया जाए तो इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं? (What-if/CBSE trend)
अगर अच्छाइयों को सम्मान न मिले, तो लोग नैतिकता छोड़ सकते हैं, भ्रष्टाचार व असंवेदना बढ़ेगी और युवा पीढ़ी गलत आदर्शों की ओर आकर्षित होगी, जिससे सामाजिक, सांस्कृतिक व मानसिक अवनति तेज हो सकती है।
13. क्यों लेखक पाठकों को निराश न होने का विचार महत्वपूर्ण मानते हैं? (CBSE Value-based FUQ)
लेखक मानते हैं कि समाज में अच्छाई कभी पूरी तरह समाप्त नहीं होती। अगर हम आशा व विश्वास रखें, तो छोटी-छोटी अच्छाइयाँ भी बड़ी प्रेरणा बन सकती हैं। निराश न रहकर हम समाज में सुधार की दिशा में योगदान कर सकते हैं।
14. क्या निराश हुआ जाए में लेखक ने 'आत्मिक उन्नति' को भौतिक उन्नति से क्यों श्रेष्ठ माना? (Comparison, higher-level)
लेखक का मानना है कि भौतिक साधनों की सीमाएँ हैं, लेकिन आत्मिक शुद्धि और नैतिकता व्यक्ति और समाज दोनों को स्थायी खुशहाली व गौरव देती हैं। भौतिक उन्नति क्षणिक है, जबकि आत्मिक उन्नति दीर्घकालिक है।
15. परीक्षा की दृष्टि से पाठ "क्या निराश हुआ जाए" के कौन-से दो विचार लंबे उत्तर के लिए विशेष महत्त्व रखते हैं? (CBSE Important, 2025–26)
- समाज में अच्छाई, ईमानदारी और मानवता का अप्रतिम महत्त्व व उसकी साक्ष्यपूर्ण उपस्थिति।
- निराशा के माहौल में भी आशावाद, позитив सोच और सांस्कृतिक विरासत में विश्वास रखने की आवश्यकता।











