Hindi (Kshitij) Important Questions for Chapter 1 दो बैलों की कथा (Premchand) Class 9 - FREE PDF Download
FAQs on Do Bailon Ki Katha (दो बैलों की कथा) Class 9 Important Questions: CBSE Hindi (Kshitij) Chapter 1
1. दो बैलों की कथा में हीरा और मोती की वफादारी को CBSE 2025–26 की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्यों माना गया है?
दो बैलों की कथा में हीरा और मोती अपनी कठिनाईयों के बावजूद अपने असली मालिक झुरी के प्रति वफादार रहते हैं। वे घर लौटने का जोखिम उठाते हैं, जिससे वफादारी जैसे मानवीय मूल्य को मुख्य विषय के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह विषय अक्सर बोर्ड परीक्षाओं में पूछे जाने वाले 5-अंकीय महत्वपूर्ण प्रश्नों में शामिल रहता है।
2. CBSE परीक्षा के हिसाब से 'दो बैलों की कथा' के शीर्षक की उपयुक्तता पर तर्क सहित उत्तर लिखिए।
कहानी का पूरा कथानक मुख्य रूप से दो बैलों—हीरा और मोती—के संघर्ष, साहस और मानवीय मूल्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। शीर्षक सीधे विषय को इंगित करता है, जिससे छात्र परीक्षा में 3-अंकीय प्रश्न के रूप में सटीक तर्क प्रस्तुत कर सकते हैं।
3. हीरा और मोती के दृष्टिकोण से स्वतंत्रता का महत्व CBSE 2025–26 के महत्वपूर्ण प्रश्न के रूप में कैसे पूछा जा सकता है?
हीरा और मोती स्वतंत्रता के लिए मजबूती से संघर्ष करते हैं। वे गया के अत्याचार को सहन नहीं करते तथा घर लौटने की कोशिश करते हैं।
- यह बताता है कि स्वतंत्रता हर प्राणी का मौलिक अधिकार है।
- इस विषय पर HOTS (Higher Order Thinking Skills) आधारित प्रश्न परीक्षा में पूछे जाते हैं।
4. CBSE 2025–26 के लिए 'गया' और 'झुरी' के चरित्र की तुलना करके नैतिक शिक्षा पर चर्चा कीजिए।
झुरी करुणा, प्रेम और स्नेह का प्रतीक है, जबकि गया स्वार्थ और क्रूरता का। यह तुलना परीक्षा में 5-अंकीय प्रश्न के लिए आदर्श है, जिसमें छात्रों को दोनों चरित्रों से मिलने वाली नैतिक शिक्षा स्पष्ट करनी होती है।
5. दो बैलों की कथा में पशुओं के प्रति करुणा और सहानुभूति का संदेश CBSE के आवश्यक प्रश्न के रूप में कैसे प्रस्तुत किया जा सकता है?
कहानी सिर्फ मानव संबंधों की नहीं, पशुओं के प्रति संवेदनशीलता और सहानुभूति की भी शिक्षा देती है। यह समझना कि पशु भी भावनात्मक प्राणी हैं, परीक्षा में अक्सर पूछा जाता है और मानव-पशु संबंधों पर आधारित HOTS प्रश्न लिए महत्वपूर्ण है।
6. दो बैलों की कथा के अनुसार कठिनाइयों में चरित्र की मजबूती को महत्वपूर्ण प्रश्न के रूप में समझाइए।
हीरा और मोती ने भूख, प्यास, असहनीय काम और अन्याय का सामना किया।
- इन कठिनाइयों ने उनका चरित्र मजबूत बनाया।
- परीक्षा में, विद्यार्थियों से इस पर प्रश्न (3 या 5 अंक) में तर्क देने की अपेक्षा रहती है।
7. 2025–26 बोर्ड पैटर्न के अनुसार प्रेमचंद की भाषा व शैली कैसे प्रमुख बिंदु बन सकती है?
मुंशी प्रेमचंद की लेखन शैली सरल, प्रवाहमय एवं भावनात्मक है। ग्रामीण परिवेश और पशु मनोविज्ञान का वास्तविक चित्रण, परीक्षा में 3-अंकीय प्रश्न का आम विषय है।
8. परीक्षाओं में दो बैलों की कथा के प्रमुख विषय (themes) का वर्णन अक्सर पूछा जाता है। मुख्य बिंदुओं सहित उत्तर लिखिए।
- वफादारी – मालिक से जुड़ाव
- स्वतंत्रता – बंदिशों का विरोध
- संघर्ष व साहस – कठिनाइयों का सामना
- करुणा – पशुओं के प्रति मानवीय दृष्टिकोण
9. दो बैलों की कथा में झुरी की पत्नी के व्यवहार में आए परिवर्तन का परीक्षा दृष्टि से महत्व क्या है?
झुरी की पत्नी कहानी में शुरुआत में बैलों को बोझ समझती है, किन्तु संघर्ष देखकर उनका दृष्टिकोण बदल जाता है। यह विषय चरित्र उन्नयन (character transformation) पर आधारित HOTS प्रश्नों के लिए महत्वपूर्ण है।
10. 'दो बैलों की कथा' के माध्यम से समाज में मानवीय मूल्यों के महत्व को CBSE Important Questions के रूप में कैसे जोड़ा जा सकता है?
मानवीय मूल्य जैसे करुणा, स्वतंत्रता, वफादारी व न्याय इस कहानी के केंद्र में हैं। इन मूल्यों पर आधारित प्रश्न सीधा लंबे उत्तर (5 अंक) में शामिल किए जाते हैं—छात्रों को उदाहरण व तर्क सहित उत्तर विकसित करना चाहिए।
11. दो बैलों की कथा में 'कसाई' के किरदार द्वारा कौन-से सामाजिक संदेश दिए गए हैं?
कसाई केवल स्वार्थ और लाभ का प्रतीक है।
- उसका व्यवहार दर्शाता है कि क्रूरता और लाभ के लिए किसी के अस्तित्व का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
- परीक्षाओं में यह प्रश्न सामाजिक सरोकार और समकालीन संदर्भ से पूछे जा सकते हैं।
12. परीक्षा के दृष्टिकोण से कहानी के कौन से अंश कठिन प्रश्न के रूप में पूछे जा सकते हैं?
- झुरी और गया के व्यवहार में अंतर
- हीरा-मोती द्वारा भागने का निर्णय
- जिंदगी में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष
13. 2025–26 की परीक्षा में दो बैलों की कथा से मिली मुख्य शिक्षाओं पर उत्तर तैयार कीजिए।
- हर प्राणी को स्वतंत्रता का अधिकार है।
- प्रेम, वफादारी और करुणा सर्वोच्च मानवीय मूल्य हैं।
- अन्याय का विरोध और सच के लिए संघर्ष करना जरूरी है।
- मूल्य आधारित शिक्षा पर यह प्रश्न बोर्ड में आता है।
14. अगर गया की जगह झुरी जैसे मालिक होते तो कहानी का अंत किस तरह अलग होता? (Concept Application FUQ)
यदि झुरी जैसा संवेदनशील मालिक होता, तो हीरा और मोती को न कभी प्रताड़ना सहनी पड़ती और न ही भागने की जरूरत पड़ती। उनका जीवन सम्मानजनक तथा सुखद होता, जिससे कहानी में संघर्ष और विद्रोह की जगह सद्भाव व स्थायित्व दिखाया जाता।
15. दो बैलों की कथा में किस घटनाक्रम को CBSE Expected Question के रूप में बार-बार पूछा जाता है?
हीरा एवं मोती का साहूकार के यहां से भागना, उनके संघर्ष, और अंत में झुरी के घर सफलता पूर्व लौटना—इन घटनाओं पर बार-बार 3 या 5 अंक का Expected Question आता है, जिसमें चरित्र विश्लेषण और नैतिक शिक्षा दोनों ही मांगी जाती हैं।

















