Hindi (Kshitij) Important Questions for Chapter 06 मेरे बचपन के दिन (सूर्यकांत त्रिपाठी निराला) Class 9 - FREE PDF Download
FAQs on Mere Bachpan Ke Din (मेरे बचपन के दिन) Class 9 Important Questions: CBSE Hindi (Kshitij) Chapter 1
1. मेरे बचपन के दिन Class 9 में कौन से महत्त्वपूर्ण प्रश्न परीक्षा के दृष्टिकोण से अधिक बार पूछे जाते हैं?
CBSE 2025–26 के अनुसार, इस अध्याय से वे प्रश्न बार-बार आते हैं जो बचपन की मासूमियत, माँ की भूमिका, या लेखक की स्मृतियाँ जैसे मुख्य विषयों पर केंद्रित होते हैं। उदाहरण:
- 'माँ के पास हमेशा मेरे लिए एक कहानी होती थी' के महत्त्व पर चर्चा करें।
- लेखक के अनुसार बचपन के दिन क्यों यादगार हैं?
- 'बचपन लौटकर नहीं आता' कथन की व्याख्या करें।
2. Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 6 के किस प्रश्न में छात्र अक्सर गलत उत्तर लिखते हैं?
अक्सर छात्र 'बचपन की विशेषताएँ' या 'माँ का महत्त्व' विषयक प्रश्नों में केवल सतही जवाब देते हैं या उदाहरणों में गहराई नहीं होती। शुद्धता और समझ के साथ उत्तर लिखना जरूरी है, जैसे:
- माँ की कहानियों से सीखे नैतिक मूल्य स्पष्ट तौर पर बताएँ।
- बचपन की मासूमियत के तत्व गिनाएँ, न कि केवल खुशी का जिक्र करें।
3. 'बचपन का कोई समय लौटकर नहीं आता' इस वाक्य के महत्व पर Class 9 Important Questions के अनुसार चर्चा करें।
इस कथन का अर्थ है कि बचपन एक अनोखा एवं अमूल्य काल है, जो एक बार चला जाने के बाद कभी वापस नहीं आता। इसमें मासूमियत, चिंता-मुक्त जीवन और शुद्ध पारिवारिक स्नेह होता है, जिसे बड़े होने के बाद केवल याद किया जा सकता है।
4. मेरे बचपन के दिन में लेखक अपनी माँ के सन्दर्भ में कैसी भावनाएँ व्यक्त करते हैं? (CBSE 2025–26 Expected Question)
लेखक अपनी माँ को स्नेह, संस्कार और संसार की पहली गुरु के रूप में याद करते हैं। माँ की गोदी, कहानियाँ और मार्गदर्शन ने लेखक के व्यक्तित्व निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी।
5. Class 9 Hindi Chapter 6 के अनुसार ‘मुझे अपना बचपन बहुत प्यारा लगता है’ पंक्ति में छुपा मुख्य भाव कौन-सा है?
इस पंक्ति में लेखक की गहरी आत्मीयता और बचपन की मासूमियत के प्रति लगाव छुपा है। वह बताता है कि बचपन के पल शांत, चिंता-मुक्त और आनंदमयी होते हैं।
6. परीक्षा की दृष्टि से मेरे बचपन के दिन के किन प्रश्नों में HOTS (Higher Order Thinking Skills) का समावेश पाते हैं?
HOTS प्रश्नों में:
- बचपन और वर्तमान जीवन के अनुभवों की तुलना।
- माँ की कहानियों से आज के माहौल में नैतिक शिक्षा का आवेदन।
- यदि बचपन की मासूमियत हमेशा बनी रहती तो समाज में क्या परिवर्तन आते?
7. Class 9 Important Questions के अनुसार, लेखक के बचपन के मुख्य खेल-कूद और शौक कौन-कौन से थे?
लेखक के बचपन में मुख्य रूप से घर के आंगन में खेलना, माँ से कहानियाँ सुनना और परिवार के साथ समय बिताना प्रमुख थे। इन पलों में उन्होंने जीवन के अमूल्य मूल्य सीखे।
8. 'माँ के पास हमेशा मेरे लिए एक कहानी होती थी' — इस कथन से बचपन में सीखने की प्रक्रिया का क्या महत्त्व दिखाया गया है? (FUQ)
यह दर्शाता है कि बचपन में कहानियों के माध्यम से नैतिकता, सोचने की क्षमता एवं प्रेम की शिक्षा सहजता से मिलती है। कहानी सुनना केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि चारित्रिक विकास हेतु आवश्यक है।
9. इस अध्याय से पूछे गए 3 और 5 अंकों के प्रश्नों में किस प्रकार के उत्तर अपेक्षित हैं?
- 3 अंकों के लिए:सटीक, संक्षिप्त और विषय-केंद्रित जवाब।
- 5 अंकों के लिए:उदाहरण सहित, तर्क-वितर्क और विस्तारपूर्वक उत्तर जिसमें भाव, संदर्भ और गूढ़ अर्थ हो।
10. CBSE 2025–26 बोर्ड पैटर्न के अनुसार, 'मेरे बचपन के दिन' से किस तरह के Tricky/Pitfall Questions आ सकते हैं? (FUQ)
स्कूल अक्सर ऐसे प्रश्न पूछ सकते हैं:
- लेखक की माँ की अहम भूमिका के विपरीत, पिता या अन्य सदस्यों का उल्लेख क्यों नहीं हुआ?
- बचपन की तुलना आधुनिक बच्चों के जीवन से कैसे करेंगे?
- अगर लेखक गाँव की बजाय शहर में पले होते तो क्या अनुभव बदल जाते?
11. मेरे बचपन के दिन से सम्बंधित नैतिक शिक्षा पर आधारित महत्त्वपूर्ण प्रश्न कौन-से हैं?
महत्त्वपूर्ण प्रश्न जैसे:
- बचपन की यादें हमें कौन-सी नैतिक शिक्षा प्रदान करती हैं?
- कैसे परिवार व माँ की भूमिका जीवन में एक दृढ़ नैतिक आधार बनाती है?
12. कैसे मेरे बचपन के दिन चैप्टर छात्रों की उत्तरलेखन क्षमताओं को निखारने में सहायक है? (FUQ)
क्योंकि यह अध्याय सजीव अनुभूति पर जोर देता है, जिससे छात्र उदाहरण, सन्दर्भ और भावनात्मक स्पर्श जोड़कर उत्तर लिखना सीखते हैं। इससे उनकी भाषा की गहराई और अभिव्यक्ति बेहतर होती है।
13. Class 9 Hindi (Kshitij) के इस अध्याय में फैमिली बॉन्डिंग का कितना महत्व दिखाया गया है?
यहाँ माँ-बेटे के संबंध को विशेष रूप से दर्शाया गया है, जिससे परिवार के योगदान और सामाजिक मूल्यों की अहमियत छात्रों के मन में बैठती है।
14. परीक्षा में मेरे बचपन के दिन से सबसे अधिक स्कोरिंग प्रश्न कौन-से माने जाते हैं?
- माँ की कहानियों का जीवन में प्रभाव
- बचपन की खुशियाँ व आज की जिम्मेदारियाँ
- बचपन की मासूमियत एवं उसकी विशेषताएँ
15. यदि परीक्षा में पूछा जाए, ‘अगर लेखक को बचपन में वैसी कहानियाँ न मिली होतीं, तो उनका विकास कैसे प्रभावित होता?’ — तो Expected CBSE FUQ के अनुसार इसका उत्तर कैसे देंगे?
ऐसी स्थिति में लेखक के बोध, नैतिकता व चारित्रिक विकास में कमी रह जाती, क्योंकि माँ की कहानियों के बिना मूल्य, कल्पना शक्ति और सांस्कृतिक ज्ञान का अभाव हो जाता, जिससे जीवन की दिशा बदल सकती थी।

















